एक मुलाकात: सरिता कुमारी

आज मिलिए प्रसिद्ध लेखिका व कवयित्री सरिता कुमारी से. अनुभूति, एक टुकड़ा धूप का उनकी प्रमुख कविता संग्रह हैं तथा ओ रे रंगरेज…, नन्हा फरिश्ता, बंद लिफाफा, वह अजनबी, पोटली और सुरीली उनकी बहुचर्चित कहानियां हैं. उनका कहानी संग्रह ‘उजालों … Continue reading एक मुलाकात: सरिता कुमारी

श्रद्धा थवाईत से एक मुलाकात

श्रद्धा थवाईत को २०१६ में उनकी कहानी संग्रह ‘हवा में फड़फड़ाती चिठ्ठी‘ के लिए भारतीय ज्ञानपीठ नवलेखन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। श्रद्धा एक नए समय की नयी आवाज़ है।  उनकी कहानियाँ अक्सर नया ज्ञानोदय ,परिकथा सहित कुछ अन्य … Continue reading श्रद्धा थवाईत से एक मुलाकात

एक थी मेहरुनिसा

आज शाम को दफ्तर से जल्दी निकलना था. रोज़ रोज़ झूठ बोलना अच्छा नहीं लगता था. पर क्या करती? पंडित जे ने कहा था की रोज़ शाम को चार बजे स्पेशल पूजा होगी उन महिलाओं  के लिया जिनका विवाह नहीं हो पा रहा है.  अब शादी तो करनी ही थी. शादी  नहीं हुई तो सब यहीं सोचेंगे के मुझमें ही कोई कमी होगी. एक तो मेरा बकबकिया स्वभाव ऊपर से काला रंग और उसके ऊपर से है यह मोटापा। अगर कमी थी भी तो किसी को कहने का मौका क्यों दिया जाए। और माँ -बाप भी कब तक ३० वर्ष की लड़की को … Continue reading एक थी मेहरुनिसा

आज छत पर

शायद ज़िन्दगी के वो पल सबसे अच्छे होते हैं जब हम आने वाले कल या गुज़रे हुए कल के बारे में नहीं सोचते.जब हम अपनी ज़िन्दगी को एक्सपेक्टेशंस के तराज़ू पर नहीं तोलते. हम यह नहीं सोचते की आने वाला … Continue reading आज छत पर